Baba Siddiqui Murder न्यूज़ : रिपोर्ट के अनुसार, एनसीपी नेता पर हमले की ज़िम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। शुरुआती जांच के मुताबिक, हमलावरों ने मुंबई में दबदबा बनाने के इरादे से एनसीपी नेता को निशाना बनाया, जिनके सलमान खान से करीबी संबंध थे, जैसा कि एएनआई ने बताया।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या ने राज्य में राजनीतिक हलचल मचा दी है, जिसके बाद कई नेताओं ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
शनिवार को मुंबई में तीन हमलावरों ने सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस इस घटना के पीछे की साजिश की जांच कर रही है, जिसमें कॉन्ट्रैक्ट किलिंग से लेकर व्यक्तिगत रंजिश जैसी संभावनाएं शामिल हैं। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए दो शूटरों ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े होने की बात मानी है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जानकारी दी कि गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों के अलावा पुलिस अब तीसरे आरोपी की तलाश कर रही है।
गृह मंत्री और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जो इस मामले पर नजर रखे हुए हैं, घटना के बाद लीलावती अस्पताल पहुंचे।
एनसीपी के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक बताया। उन्होंने कहा, ‘यह खबर सुनकर मैं स्तब्ध हूं।’
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए दोनों शूटरों में एक हरियाणा का गुरमेल सिंह (23) और दूसरा उत्तर प्रदेश का धर्मराज कश्यप (19) है। ये दोनों पिछले डेढ़-दो महीने से मुंबई में रहकर सिद्दीकी के घर और ऑफिस की रेकी कर रहे थे।
कांग्रेस से भाजपा में आए अशोक चव्हाण ने भी इस घटना पर हैरानी जताते हुए कहा कि उन्होंने बाबा सिद्दीकी के साथ काम किया था, और इस हत्या की खबर ने उन्हें चौंका दिया है।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का संबंध इस हत्या से कैसे जुड़ा? एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों शूटरों ने दावा किया है कि वे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हिस्सा हैं, लेकिन पुलिस ने अभी तक गैंग की संलिप्तता पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। जांच में यह भी सामने आया है कि शूटर कुछ महीनों से मुंबई में रह रहे थे और घटना से पहले कई बार रेकी कर चुके थे। हाल ही में उन्हें हथियारों की डिलीवरी मिली थी।
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के अधिकारी पिछले आठ घंटों से इन आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं, जैसा कि एएनआई ने रिपोर्ट किया। शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने इस घटना को राज्य की कानून व्यवस्था की विफलता का उदाहरण बताया। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) की प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे बेहद चिंताजनक बताते हुए सवाल किया कि क्या मुंबई में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज़ बाकी है?